Dosti Shayari in Hindi
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Friendship Dosti Shayari – Dosti Sad Shayari – दोस्ती उदास शायरी
“ये दोस्ती इतनी गहरी हो
तुम्हारे लिए समय आ गया है और मृत्यु मेरी है।”
“दोस्ती पांच शब्दों से मिलकर बनी है”
डी … दिल और प्रार्थना के साथ
और … वादे और निष्ठा के साथ
क्यू … साथ और ईमानदारी से
सुरक्षा और सांत्वना के साथ
वाई … स्मृति और दृढ़ विश्वास के साथ।”
“किसी से दोस्ती करते समय”
शत्रुओं से भी सलाह लेनी चाहिए।”
“मेरी दोस्ती का बगीचा छोटा है, लेकिन
मेरे पास फूल और गुलाब हैं
कुछ, बिल्कुल, लेकिन दोस्तों
लगे रहो इसे जारी रखो”
“दुश्मनों से प्यार होगा”
कोशिश करते रहो दोस्तों”
“दोस्त भी मिलते हैं, पार्टियां भी होती हैं”
तुम्हारे बिना सब कुछ अधूरा है।”
“वह मेरा दोस्त और मेरा दुश्मन दोनों है
वह मेरा दिल और मेरी धड़कन है।”
“दोस्तों की जुबान खुलने दो”
खंजर का जख्म भूल जाएगा”
“दो चीजें दुनिया में कभी नहीं बिकती
एक दोस्ती और दूसरा सच्चा प्यार”
“हजारों त्यौहार हैं, लाखों त्यौहार हैं”
लेकिन जहां तुम नहीं हो, हम अकेले हैं।”
ऐ दोस्त मोहब्बत के सदमे तन्हा ही उठाने पड़ते हैं
रहबर तो फ़क़त इस रस्ते में दो गाम सहारा देते हैं
दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं
दोस्तों की मेहरबानी चाहिए
तेरी बातें ही सुनाने आए
दोस्त भी दिल ही दुखाने आए
इस से पहले कि बे-वफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ
अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर
चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए
तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो ‘फ़राज़’
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला
थक गया है दिल-ए-वहशी मिरा फ़रियाद से भी
जी बहलता नहीं ऐ दोस्त तिरी याद से भी
Dosti Shayri – Dosti Ki Shayari
दिल से सोचने वाले दोस्तों को भुलाया नहीं जाएगा
छाती पर एक निशान है जो “मिटा” नहीं जाएगा
हमारी “दोस्ती” को कोई मिटा नहीं सकता
जंग तलवार की तरह लगती है, कलेजे की नहीं
लगता है तेरा दोस्त मुझसे नाराज़ है
जिस तरह से खुशबू फूल से अलग हो जाती है
हमारे लिए न तो प्यार और न ही दोस्ती मायने रखती है
हमारे दिलों में जगह बनाने के बाद सब कुछ बदल जाता है
मुश्किलों का पत्थर तराशने के बाद
जो हीरा निकलता है वो है सफलता
यहां आपको स्टेप बाय स्टेप नए कलाकार मिलेंगे
किस्मत वालों को मिलते हैं सच्चे दोस्त
जो दिल को भाता है उसे मै दोस्त कहता हूँ
मैं पाखंडी बनने की राजनीति नहीं करता
जिंदा रहने के बहाने ढूंढो
आइए मिलते हैं पुराने दोस्त
दोस्त एक हो सकते हैं, लेकिन ऐसा ही हो
मौन को शब्दों से ज्यादा कौन समझता है
प्यार और दोस्ती
ये दो चीजें हर तूफान का सामना कर सकती हैं
लेकिन एक बात उन दोनों को अलग कर सकती है
और यह एक गलतफहमी है
एक बार फिर ज़िंदगी की राह पर है
दुआ करते है दोस्तों इस बार कोई बेवफा ना मिला
दुश्मनों ने जो दुश्मनी की है
दोस्तों ने क्या याद किया
Dosti Shayari Status
दोस्ती के दावे मेरे पास नहीं आते यार
एक जिंदगी होती है जब दिल पूछना चाहता है
दोस्ती अच्छी नहीं है इन बारिशों से
तुम्हारा घर उबड़-खाबड़ है। कुछ तो सोचो
हम साहचर्य की कला हैं
हहमारा दोस्त शाकिर जातीय है
दुश्मनों के साथ मेरे दोस्त भी आज़ाद हैं
देखना है खींचता है मुझ पे पहला तीर कौन
ये कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त नासेह
कोई चारासाज़ होता कोई ग़म-गुसार होता
ये फ़ित्ना आदमी की ख़ाना-वीरानी को क्या कम है
हुए तुम दोस्त जिस के दुश्मन उस का आसमाँ क्यूँ हो
फ़ाएदा क्या सोच आख़िर तू भी दाना है ‘असद’
दोस्ती नादाँ की है जी का ज़ियाँ हो जाएगा
दोस्त ग़म-ख़्वारी में मेरी सई फ़रमावेंगे क्या
ज़ख़्म के भरते तलक नाख़ुन न बढ़ जावेंगे क्या
दिल में ज़ौक़-ए-वस्ल ओ याद-ए-यार तक बाक़ी नहीं
आग इस घर में लगी ऐसी कि जो था जल गया
समंदर बहा देने का जिगर तो रखते हैं लेकिन,
हमें आशिक़ी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त।
दिल के विचार भुलाए नहीं भूलेंगे
सीने पर एक निशान है जो मिटेगा नहीं
दोस्तों के शहर में नफरत के बाण खा रहे हैं
हमने किसे बुलाया, यह कहानी सच है
मैं आऊंगा लेकिन मैं नहीं पीऊंगा, मेरे दोस्त।
इस शराब का मुझे कोई मतलब नहीं है
जिसे तुम प्यार करते हो उसे याद करो, मेरे दोस्त
चोर भी एक दिन पेड़ों पर जाते हैं
मूर्ख हृदय को दोष क्यों नहीं देते,
दोस्त बनने का इरादा किया और प्यार हो गया
जिंदगी कितनी खूबसूरत हो जाती है जब
दोस्त, मोहब्बत और हमसफ़र एक ही इंसान हो
पहले दोस्ती, फिर मोहब्बत और फिर बिलावजह नफरत,
एक समय में एक व्यक्ति ने मुझे बर्बाद कर दिया
चाहत की जंजीर दोनों का कमाल थी मेरे दोस्त।
उसे मेरी जान चाहिए थी और मैं उसे अपनी जान से ज्यादा प्यार करता था
दिल की लालसा जुबान पर आने लगी
तुम को देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी,
यह मेरी दोस्ती या मेरी इच्छा का अंत था
अब हर सूरत में तेरी सूरत नज़र आने लगी
एक दिन काजल से दोस्ती कर लो
मैं भी तुम्हारी आँखों में उतर जाऊँगा
प्यार एक दिन अँधेरी रात बन जाएगा दोस्त
इस प्रकार अपने सभी संबंधों के खिलाफ आपका विद्रोह अच्छा नहीं है
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त,
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से
मैं अपनी दोस्ती को शहर में रुस्वा नहीं करता
मोहब्बत करता हूँ मगर चर्चा नहीं करता
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